Seamlessly visualize quality intellectual capital without superior collaboration and idea sharing listically
Read MoreSeamlessly visualize quality intellectual capital without superior collaboration and idea sharing listically
Read MoreSeamlessly visualize quality intellectual capital without superior collaboration and idea sharing listically
Read MoreSeamlessly visualize quality intellectual capital without superior collaboration and idea sharing listically
Read MoreEMI : |
0 ”$” |
---|---|
Total Interest Payable : |
0 ”$” |
Total of Payments (Principal + Interest) : |
0 ”$” |
Centrum Housing Finance intends to provide hassle free service to its customers to acquire new houses or improve their existing houses.
I had approached several banks for a loan but was not successful and then my friend told me about this company. I contacted this company and the executive came home to collect all the documents. The process was very simple and the loan was approved in less time.
I took 10 Lakhs loan from this organisation to build my dream house. Later, I took add on of 15 Lakhs. This organisation has been very helpful and the entire loan process has been very stress-free.
“मैं राम विशाल लोधी, सागर का रहने वाला हूँ । पेशे से मैं डॉक्टर (बी ई एम एस) हूँ । सागर और इसके आसपास के गांव में मैं लोगों का इलाज करता हूँ । मेरा सपना था कि मेरे खुद की मकान हो जिसे मैं अपना कह सकूं। मैंने कई जगह ऋण के लिए अर्जी डाली मगर निराशा मिली। फिर मैंने इस संस्था में आवेदन डाला। यहां मुझे हर तरीके से मदद मिली और मेरा ऋण मुझे बिना कोई ब्रोकरेज या एक्स्ट्रा चार्ज दिए ही मिल गया। मैं इस संस्था और उसके सभी कर्मचारियों का आभारी हूं जिनके बदौलत आज मेरा खुद का घर और छोटी सी क्लिनिक है।”
I wanted money for my Daughter’s marriage and was unable to get loan in the banks. My friend referred me to this company and within ten days they provided the loan. Now, my daughter is happily married, and I thank this company for the same.
मैं रिंकू सोनकर हूँ और 17 साल से मैं सब्ज़ी बेच रहा हूँ।अपने परिवार के साथ मैं एक मकान में रहा करता था परन्तु उस घर में काफी परेशानी हो रही थी। बच्चे भी बड़े हो रहे थे और ज़रूरतें भी। रोज़ अपने काम के लिए जब मैं बहार निकलता, तो मुस्कुराते हुए चेहरे अपने अपने घरों से निकलते हुए देखता. मेरी भी इच्छा होती होती के एक छोटा ही सही परंतु अच्छा घर मेरा भी हो, जहाँ मै सपरिवार सुख से रह सकूँ। त्रिवेणी नगर की एक हाउसिंग स्कीम के बारे में मुझे जब पता चला तो लगा के ये सपना शायद पूरा हो सकता है। कई बैंको के चक्कर काटे, कई जगह अर्ज़ी डाली लेकिन कहीं काम न बना। आखिर एक सब्ज़ीवाले को कौन ऋण देता। मेरे एक सहयोगी ने तब मुझे यह संस्था के बारे में बताया जो मेरी सहायता कर सकती है। लखनऊ की शाखा में मैंने अर्ज़ी डाली और वह मंज़ूर हो गयी। श्याम सर ने मेरी काफी सहायता की और घर दिलवाने तक मेरे साथ लगे रहे।इस संस्था का बेहद शुक्रगुज़ार हूँ। इनके बिना ये घर मेरा न हो पाता।